बड़ा लीडर वह नहीं है जो अपनी स्मृति में जीवन को बिता रहा है और बार बार लोगों को पिछले अचीवमेंट को गिना रहा है । बल्कि वह है जो आज अपना काम निष्ठापूर्वक निभा रहा हो और सुनहरे भविष्य के लिए उसके पास कल्पनाशक्ति और दूरदृष्टि दोनो हों ।
बड़े बड़े कॉरपोरेट कॉलेज से निकले नए बच्चों को जो पैकेज देते हैं वही पैकेज वह अनुभवी लोगों को नहीं देते क्योंकि उन्हें पता है पुराना व्यक्ति अपनी पुरानी कहानी सुनाएगा वहीं नया व्यक्ति अपनी पूरी ऊर्जा लगाएगा परफॉर्मेंस देने में ।
अनुभव का महत्व है । पर उसी अनुभव जो पुरानी स्मृति का सकारात्मक उपयोग करने में सक्षम हो न। कि आत्ममुग्ध होकर अपना गुणगान करने में ।
वर्तमान में जिएं और भविष्य की तैयारी करें ।
बात उज्ज्वल भविष्य की करें और आज अपना सर्वश्रेष्ठ दें यही मूलमंत्र है ।
डॉ आशीष रोहतगी
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