Friday, 16 June 2023

2023- नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री में युग परिवर्तन का समय

 युग परिवर्तन का समय है अब नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री में ।

अब पुराने महागुरु समझ ही नहीं पा रहे हैं कि वह खेल से ही बाहर निकाल दिए गए हैं ।
न चेक दिखा कर लुभा पा रहे हैं और न ही बड़ी गाड़ी दिखाकर । कम्पनी जो कार वितरण के शो रखा करती थीं अब सन्नाटे में हैं ।
अब AI का जमाना है मार्केटिंग करने में ।
उत्पाद की गुणवता से आगे का खेल तय होगा और नए खिलाड़ी आयेंगे ।
धीरे धीरे नहीं बल्कि ताबड़तोड़ काम करना पड़ेगा ।
इंटरनेट का उपयोग कीजिए अपने व्यवसाय के लिए नहीं तो इंटरनेट तो आपका उपयोग कर ही रहा हैं।
यही सही समय है पुराने लोगों के लिए "बुद्धि की शुद्धि" करने का । यदि आभाव है नई टेक्नोलॉजी के गया का तब प्रभाव नहीं पड़ेगा बात का ।
इसलिए या तो खेल को समझ जाओ या फिर सिमट जाओ।

"गुरु बिन होई न ज्ञान "

"गुरु" - जीवन में #सौभाग्य के सूर्योदय का #मार्गदर्शक ।

जीवन को निखारने के लिए एक #सद्गुरु का होना परम् आवश्यक होता है । सद्गुरु के न मिलने पर वर्षों के संघर्ष के बाद भी सौभाग्य से वंचित रह जाते हैं । यह बात हर क्षेत्र में लागू होती है परन्तु नेटवर्क मार्केटिंग एक ऐसा रास्ता है कि यहाँ #सफलता प्राप्त के लिए उचित और #समर्थ गुरु अत्यंत आवश्यक है ।

आप गुरु तक पहुँच सकते हैं या ईश्वर के बनाये #संयोग से आप उन तक पहुँच सकते हैं । गुरु अच्छा चाहिए उससे पहले आपको #शिष्यत्व का पात्र बनना होगा ।

श्री रामकृष्ण परमहंस जी ने बालक नरेंद्र को स्वामी विवेकानंद बनाने के लिए ढूँढ लिया था तो शिवजी को समर्थ गुरु रामदास जी ने खोजा था । चाणक्य ने चन्द्रगुप्त को खोजा था ।

संयोंग #दिव्य हो सकता है यदि आपका #अवचेतन मन सीखने के लिए प्रतिबद्ध हो । चूँकि नेटवर्क मार्केटिंग का बुनियादी विचार अमरीका में जन्मा और वहाँ Upline - Downline का सम्बंध व्यवसायिक होता है परन्तु भारतीयता में गुरु - शिष्य का सम्बंध आध्यात्मिक होता है । 

एकाकी पुरुषार्थ सफलता नहीं प्राप्त कर पाता । कहा जाता है कि "गुरु बिन होई न ज्ञान "

इसलिए सुयोग्य पात्र बनिये । श्रद्धा का केंद्र बनाइये #मार्गदर्शक को। विश्व विजय करनी है तो सुयोग्य गुरु को तलाश लीजिये और निर्देशन में उनके बड़ी सफलता और विश्व विजय को प्राप्त कीजिये ।

ईश्वरीय अनुकम्पा से डॉ आशीष रोहतगी की लेखनी से ।