Friday, 18 March 2022

नेटवर्क मार्केटिंग में कम्पनी बदलते समय डर क्यों लगता है ?

नेटवर्क मार्केटिंग में अधिकांश लोग "डर" के कारण सफलता प्राप्त करने में चूक जाते हैं ।

मैं बहुत से मित्रों को जानता हूँ जो वर्तमान में परेशानी में हैं पर अनदेखे भविष्य का सामना करने से डरते हैं । इस डर के कारण वह यथा स्तिथि का #दर्द सहने के आदि हो जाते हैं ।

उनके लिए कहावत है "अनजान देवता से बेहतर है जान पहचान वाला राक्षस" उनके पास बहुत से कारण हैं कि यदि यह होता तो वह सब कुछ कर लेते ।

सफलता के लिए अवचेतन मन का यह डर दूर करना होगा ।

अवचेतन मन का पुनः नवीनीकरण करना होगा । स्वयं को सीमित करने वाले विश्वासों को बदलकर शक्ति देने वाले विश्वासों को अवचेतन मन में प्रतिस्थापित करना होगा । अपने पहचान के दायरे को #विराट बनाना होगा । जितनी बड़ी आपकी पहचान होगी उतने ही अधिक व्यवहारों के आपके पास विकल्प होंगे ।

यदि आप अपनी वर्तमान स्तिथि,आय या कम्पनी से सन्तुष्ट नहीं हैं तो अपना एक व्यक्तिगत लेखाजोखा( #PersonalAudit )करें जिसके आधार पर आप अपना भविष्य  तय करें ।

यदि आप ऐसा स्वयं नहीं कर पा रहे हैं तो किसी ऐसे #विशेषज्ञ की सहायता लें जो "मन के मनोविज्ञान" और इंडस्ट्री को समझता हो ।

अपना लक्ष्य #सफलता को बनाएं और उसे प्राप्त करें ।

डॉ आशीष रोहतगी