एक पिताजी की 6 बेटियाँ थीं ।
बड़ी बिटिया की शादी हुई और #दामाद जी का हुआ बहुत सम्मान ।
फिर अगली बिटिया की शादी । नए दमाद जी का सम्मान और पहले वाले तो परिवार के सदस्य बन गए ।
पता चला कि जब छठी बिटिया की शादी हुई तो पहले दमाद जी को सब्जी लाने के लिए मंडी भेज दिया गया ।
ऐसा अक्सर होता है यही $रीत है ।
नेटवर्क मार्केटिंग में भी रीति #रिवाज चलते हैं । नया लीडर आता है सब कुछ उसके हिसाब से पर फिर अगला लीडर और फिर नया ।
पुराने वाले समझ नहीं पा रहे हैं कि वह क्या करें ।
देखो #गुरुजी आप भी सेटिंग से आये थे और नए वाले भी । पर है ऐसा पिताजी की तो 6 ही बिटिया थीं परन्तु यहाँ तो लोग आते ही रहेंगे ।
अब इस बात को तो एकता कपूर जी बहुत पहले समझ गईं थीं तब ही उन्होंने बनाया था
"क्योंकि सास भी कभी बहु थी.."
बाकी समझाया तो मैंने पहले ही था कि -
भीड़ हिम्मत तो देती है पर पहचान छीन लेती है ।
#समझ गया वह #सयाना है !!